दीक्षांत समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न ।

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दीक्षांत समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न ।
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर केलखेड़ी एवं सुशीला देवी आदर्श विद्या मंदिर छीपाबड़ौद का संयुक्त दीक्षांत समारोह त्रिवेणी धाम "समेल" पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ संपन्न । प्रचार प्रमुख शानू प्रकाश चक्रधारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ नरेश मीणा पंचायत समिति प्रधान छीपाबड़ौद,मुरारी लाल नागर भाजपा मंडल अध्यक्ष छीपाबड़ौद, रामनाथ मालव जिला संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छीपाबड़ौद,रामकिशन मालव विद्यालय विकास समिति अध्यक्ष आदि के द्वारा मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया । तत्पश्चात भैया बहनों द्वारा गुरु वंदना के साथ आचार्य दीदियों को गुरु दक्षिणा स्वरूप उपहार देकर सम्मानित किया गया साथ ही भैया बहनों ने बड़े उत्साह के साथ है अपने अनुभव कथन कहे । मुख्य वक्ता रामनाथ मानव ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानव एक सामाजिक प्राणी है और उसमें विद्यार्थी काल को महत्वपूर्ण माना गया है । आज के युग में बालकों के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं लेकिन हमें इनका दृढ़ता पूर्वक सामना कर आगे बढ़ना चाहिए जो चुनौतियों से डर जाता है वह अपने जीवन को समाप्त कर लेता है । हमें अपने जीवन को आत्मनिर्भर बनाने की ओर अग्रसर होना चाहिए ताकि समाज व राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाया जा सके । मुख्य अतिथि नरेश मीणा ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज वर्तमान काल में जहां अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों ने अपनी संस्कृति को क्षीण करने का कार्य किया वहीं उस भारतीय संस्कृति को आदर्श विद्या मंदिर ने सहेजने का । यह विद्यालय समाज के संस्कारों का केंद्र है यहीं से समाज सेवक बालक बालिका आगे चलकर बड़े-बड़े पदों पर आसीन होकर सच्चे अर्थों में निर्बल व असहाय व्यक्तियों की सेवा करते हैं । अंत में उन्होंने कहा कि आज इस वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करने के लिए आमंत्रित कर आपने मुझे जो सम्मान दिया है उसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं । इस संस्कारवान विद्यालय के कार्यक्रम में,मैं पहली बार आया हूं । इसे समाज की संपत्ति मानते हुए हमें गर्व होता है । इसके प्रसिद्ध एवं सम्मानीय संचालक और ज्ञान के साथ संस्कारों की सरिता बहाने वाले आचार्य दीदी जिनमें न केवल शिक्षा के नए आदर्शों को विकसित करने का साहस तथा दूरदृष्टि है बल्कि अपने महत्वपूर्ण और पवित्र लक्ष्यों को समर्पित संस्थानों की स्थापना और विकास कर उसे व्यवहार में उतारने की क्षमता दृढ़ता है उन्हें में नमन करता हूं । कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति के साथ हुआ इस कार्यक्रम का संचालन सुल्तान गुर्जर ने किया तथा आभार विद्यालय समिति अध्यक्ष रामकिशन मालव द्वारा व्यक्त किया गया ।

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