हेमदास झालावाड़ राजस्थान
राजस्थान अजमेर जिले की ब्यावर तहसील में कंपनी बाग महाकाल शिव मंदिर शिवरात्रि पर ब्यावर तहसील के समस्त भगत जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी की अध्यात्मिक पुस्तकें शहर में वितरण करते नजर आए इन धार्मिक पुस्तकों में सत भक्ति का मार्ग दर्शाया साथ ही पूर्ण परमात्मा कौन है कहां रहता है कैसे मिलता है इसकी सत भक्ति विधि विध प्रूफ के सहित धार्मिक पुस्तकों में वर्णन दर्शाते हुए श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर पर आने जाने वाले शिव भक्तजनों को वितरण करी देखा जाए तो आज भगवान शंकर का विवाह हुआ था इस उपलक्ष में शिवरात्रि मनाई जाती है वही संत रामपाल जी महाराज ने भगवान शंकर की सही भक्ति विधि शास्त्रों में प्रमाण करके प्रूफ कर दिया कि उनके मंत्र से श्रद्धालुओं को सर्व सुख प्राप्त होगा भगवान शंकर की भक्ति कैसे करनी चाहिए उनका मंत्र कौन सा है कैसे जाप करना चाहिए ऐसे कई गूढ़ रहस्य अध्यात्मिक पुस्तकों में लिखकर जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया है संत रामपाल जी महाराज ने समाज में भाईचारे का विश्व गुरु बनाने का समाज में एकता लाने का कार्य कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर समाज में दहेज रूपी रावण को जड़ से खत्म करने का बेड़ा भी उठाया है देखा जाए तो आज समाज में नशे की लत को लेकर हर युवा पीढ़ी गलत मार्ग पर चलने लगी है एकमात्र संत रामपाल जी महाराज हैं जिनसे नाम दीक्षा लेने के बाद नशा करना तो बहुत दूर की बात नशे को छूना भी महापाप समझते हैं आज शिवरात्रि के इस महा उत्सव पर हजारों श्रद्धालु गांजा भांग जैसे कई भयानक नशे करते नजर आ रहे हैं संत रामपाल जी महाराज शास्त्रों में प्रमाण करके बताते हैं कि नशा करने वाला व्यक्ति घोर पापों का भागी होता है दुखों का पीड़ा का सामना करता है जब तक नशा मुक्त नहीं होता तब तक लख चौरासी में ही भटकता रहता है वही संत रामपाल जी महाराज के अनुयाई पुस्तक सेवा करते हुए ब्यावर तहसील के तहसील सेवादार गोपालदास फौजी झालावाड़ जिले से हेमदास के साथ भंवर दास, पूनम दास, प्रभु दास, रामनारायण दास, गणपत दास, किशन दास बहने रुकमा दासी, मीना दासी, मंजू दासी, डिम्पल दासी, अनु दासी, सुशीला दासी, कविता दासी, कमला दासी, पूजा दासी, मेथी दासी, संपत दासी आदि सेवादार सेवा करते नजर आए