*स्वराज 75 अमृत महोत्सव के तहत सीसवाली मे प्रबुद्घ जन सम्मेलन सम्पन्न

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सीसवाली - भारतीय स्वाधीनता के 75 वें वर्ष के अवसर पर आयोजित अमृत महोत्सव के उपलक्ष में देश भर में चल रहे कार्यक्रमों की श्रंखला के अंतर्गत विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर के तत्वावधान में प्रबुद्ध जन सम्मेलन 26 मार्च शनिवार को विद्या मंदिर नवीन भवन बस स्टैण्ड के प्रांगण में सम्पन्न हुआ।विद्यालय के प्रबंधक कुंजबिहारी राठौर एवं प्रधानाचार्य राजेश कुमार नामा ने जानकारी देते हुए बताया कि अतिथियों का आगमन स्वागत घोष की धुन के साथ हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के पूजन अर्चन व वंदना से हुआ।विद्यालय प्रबंध समिति के संरक्षक सुरेश खण्डेलवाल ने अतिथियों का परिचय करवाते हुए बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौरक्ष धाम गऊघाट के बाबा पूज्य श्री निरंजन नाथ जी अवधूत,विशिष्ट अतिथि हेमराज यदुवंशी वरिष्ठ अध्यापक,अध्यक्षता विद्या भारती शिक्षा संस्थान बारां के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार राठौर ने की तथा इस अवसर पर मुख्य वक्ता अखिल भारतीय साहित्य परिषद् चित्तौड़ प्रांत के अध्यक्ष विष्णु शर्मा "हरिहर" रहे l मुख्य वक्ता विष्णु शर्मा ने कहा कि हमें बताया गया कि दे दी हमें आजादी बिना खड़क बिना ढाल भारत देश को स्वतंत्रता सहज रूप से ही हमें प्राप्त नहीं हुई है।इसके लिए भारत माता के अनेक वीर सपूतों ने अपने प्राणों का उत्सर्ग देकर प्राप्त किया है।चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु, जोरावर सिंह,फतेह सिंह, वीर सावरकर,लक्ष्मीबाई ,महाराणा प्रताप,शिवाजी और अनेक ऐसे छोटे छोटे बालक व बालिका जिनका इतिहास हमें नहीं पढ़ाया गया उनमें मैना,बिशन सिंह कूका, जीवन घोषाल, लक्ष्मण जोशी,दत्तू रंगानी तथा काली बाई आदि जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था l यह अवसर है उन गुमनाम भारत माता के वीर सपूतों को याद करने का,जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई।मुख्य अतिथि बाबा निरंजन नाथ ने कहा कि भारत के नव पीढ़ी के भैया बहिन संस्कार व शिष्टाचार भूलते जा रहे है।उनके लिए ऐसी शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है जो इस भारत माता के लिए देशभक्त, कर्तव्यनिष्ठ, चरित्रवान,संस्कारवान और माता पिता की सेवा करने वाले बालक तैयार करें।बालकों के इस प्रकार के सर्वांगीण विकास करने का कार्य विद्या भारती के विद्यालय पूरे भारत देश में कर रहे हैं।बाबा ने माताओं को अपने बालकों के लिए शिक्षा,संस्कार व वर्तमान परिवेश का ध्यान रखने के लिए प्रोत्साहित किया।कार्यक्रम की भाव भूमि विद्या भारती के जिला सचिव राजेन्द्र कुमार शर्मा ने प्रस्तुत करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव के पांच संकल्प एवं चार अणुव्रत पर प्रकाश डाला।विद्या मंदिर के भैया बहिनों द्वारा योग, शारीरिक,आसन,सुगम संगीत व एकल नृत्य आदि की मनमोहक प्रस्तुतियां देखकर दर्शन मंत्रमुग्ध हो गये। कार्यक्रम में 500 प्रबुद्ध जन व माताओं ने भाग लिया।इस अवसर पर दसवीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले भैया बहिनों को विदाई दी गई।कार्यक्रम अध्यक्ष प्रमोद कुमार राठौर ने सभी भैया बहिनों को शुभकामना देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।तथा सभी अतिथियों,प्रबुद्धजनों व मातृशक्ति का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का त्रिस्तरीय संचालन प्रेरणा मीणा ने हिन्दी में, बहिन दिव्यांशी जंगम ने अंग्रेजी में तथा बहिन विजया सुमन ने संस्कृत में किया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी ने अखंड भारत माता का पूजन कर देश के बलिदानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।यह जानकारी विद्यालय के प्रचार प्रमुख रामपाल शर्मा एवं सत्यनारायण मेघवाल द्वारा दी गई।

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