इंदिरा गांधी सहरी क्रेडिट कार्ड योजना ने तोड़ा दम
ऋण वितरण मैं बैंकों ने नहीं दिखाई रुचि
इटावा सुरेश कुमार पटेरिया
इटावा 25 फरवरी को इटावा नगर पालिका क्षेत्र मैं
स्वायत शासन विभाग जयपुर के निदेशक एवं संयुक्त सचिव निर्देशानुसार नगर पालिका इटावा द्वारा इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत लाभार्थियों को ऋण वितरण हेतु दिनांक 23.02.2022 से 04.03.2022 तक बैंको से समन्वय कर बैंक कर्मी मौके पर उपस्थित होकर लाभार्थियों को शिवर में ऋण स्वकृति कर वितरण करने हेतु निर्देशित किया गया था पालिका द्वारा बैंको को अवगत कराने के बाद भी कोई बैंक प्रतिनिधि शिविर में भाग लेने उपस्थित नहीं हुआ केवल brkgb बैंक मैनेजर चतर्भुज मीणा 10 मिनिट उपस्थित हुए जबिक शिविर का समय 10Am से 4Pm तक है। NULM सी.ओ.विशनू राजपूत ने बताया कि योजना में पालिका द्वारा प्राप्त 1400 के लक्ष्य विरुद्ध 791आवेदन प्राप्त किए जो लक्ष्य का 56.50% है 480 आवेदन विभिन्न बैंको में पेंडिग है। पंजाब बैंक में 154, बैंक ऑफ बड़ौदा में 77, बड़ौदा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में 93, सेंट्रल बैंक में 39 , स्टेट बैंक में 87, आईसीआई बैंक में 05, आवेदन पेंडिग है। बैंक द्वारा रूचि नहीं दिखाने से आम नागरिक इधर_ उधर भटक रहा है बैंको द्वारा लाभार्थियों से 18 चैक मांगें जा रहे हैं। जबिक सरकार द्वारा बिना गारंटी के ऋण मुक्त ₹50000 का ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य था। इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना का लक्ष्य कोरोना काल में प्रभावित छोटे व्यवसाय करने वाले रेहड़ी ठेला वाले, फुटकर विक्रेता, नाई, धोबी, कुम्हार, खाती, मोची तथा ई श्रमिक कार्ड धारक श्रमिकों को ऋण मुक्त लॉन दिलाकर कोरोना काल में आर्थिक स्थिति कमजोर हुई थी दुबारा से उनको सम्बल प्रधान करने के लिए व्यवसाय शुरू करने के लिए यह योजना लॉन्च की थी। राज्य सरकार द्वारा जिला कलेक्टर को योजना का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। बैंको के विलय उदासीन रवैया के कारण लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है जो कि एक गंभीर विषय है।
इंदिरा गांधी सहरी क्रेडिट कार्ड योजना में अनुजा विभाग भी कर सकता है लोन स्वीकृत लेकिन अनुजा विभाग और बैंकों ने किए हाथ खड़े दस्तावेजों की कमी बताकर लगवा रहे हैं चक्कर
