छबड़ा 14 सितंबर। छबड़ा क्षेत्र के मोतीपुरा सुपर थर्मल पावर प्लांट में बुधवार रात्रि को चौथी इकाई की ईएसपी ढह जाने के चलते उसमें दबे चार श्रमिकों में से 3 को निकाल लिया गया था

Srj news
0
छबड़ा 14 सितंबर। माजिद राही ।।छबड़ा क्षेत्र के मोतीपुरा सुपर थर्मल पावर प्लांट में बुधवार रात्रि को चौथी इकाई की ईएसपी ढह जाने के चलते उसमें दबे चार श्रमिकों में से 3 को निकाल लिया गया था तथा एक श्रमिक मलबे में दबा हुआ था जिसको निकालने के लिए बीते 6 दिनों से एनडीआरएफ व एसडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था मंगलवार को शाम 5:30 बजे के लगभग इस ऑपरेशन में सफलता प्राप्त हुई श्रमिक को निकालकर छबड़ा चिकित्सालय की मोर्चरी लाया गया लेकिन वहां पर श्रमिक के परिजन एवं ग्रामीणों ने भारी संख्या में पहुंचकर शव लेने से इनकार कर दिया एवं मृतक के परिजनों को मुआवजा एवं थर्मल अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के बाद ही शव लेने की बात कही इस दौरान चिकित्सालय में भारी पुलिस बल तैनात रहा।
बुधवार रात्रि को थर्मल की चौथी इकाई कि ईएसपी ढह गई थी जिसमें 4 मजदूर दब गए थे मौके पर मौजूद श्रमिकों ने तीन को निकालकर चिकित्सालय में भर्ती कराया था जहां से उन्हें कोटा रेफर कर दिया गया था वही एक श्रमिक दिनेश मेहता मलबे में दबा हुआ था जिसको निकालने के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही थी लगभग 137 घंटे के बाद मंगलवार शाम को लगभग 5:30 बजे इस ऑपरेशन में सफलता प्राप्त हुई श्रमिक के शव को निकाल कर एंबुलेंस द्वारा छबड़ा चिकित्सालय के लिए रवाना किया गया इस दौरान परिजनों एवं ग्रामीणों ने एंबुलेंस को रास्ते में रोक लिया जिससे कुछ देर के लिए मार्ग जाम हो गया एंबुलेंस के साथ मौजूद पुलिस की टीम ने परिजनों एवं ग्रामीणों से समझाइश कर मार्ग को खुलवाया एवं एंबुलेंस को छबड़ा चिकित्सालय की ओर रवाना किया छबड़ा चिकित्सालय में एंबुलेंस पहुंचने के बाद ग्रामीणों एवं परिजनों ने जमकर हंगामा किया एवं शव लेने से इंकार कर दिया परिजनों ने ग्रामीणों ने बताया कि थर्मल प्रशासन की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है जब तक थर्मल अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की जाएगी एवं परिजनों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक हम शव नहीं लेंगे। इस अभियान में डीवाईएसपी ओमेंद्र सिंह शेखावत, एसडीएम मनीषा तिवारी, तहसीलदार जतिन दिनकर सहित छबड़ा पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की अहम भूमिका रही। बताया जा रहा है कि डॉग स्क्वायड की निशानदेही के बाद ही यह रेस्क्यू ऑपरेशन सफल हो पाया है।

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)

ads banner