चोराखाड़ी, हरिनगर, कोटरा, सनगवा के किसानों की 1500 बीघा भूमि बारिश ने बंजर बना दी
100 किसानों की बर्बाद हुई
फ़िरोज़ खान
शाहाबाद ब्लॉक के गांव चोराखाड़ी, हरिनगर, कोटरा, सनगवां के 100 सहरिया किसानों की 1500 बीघा भूमि बारिश ने बंजर बना दी। इनकी फसले तो क्या जमीन भी नजर नही आ रही है। इनकी जमीन दरिया बन गयी। किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गए। बारिश के तेज बहाव से फसल सहित जमीन को ही बहा ले गयी। चोराखाड़ी के किसानों के खेत की जगह नदी व बंजर जमीन नजर आ रही है। किसान मोजी की 2 बीघा, रामा की 2 बीघा, सुवालाल की 2 बीघा, कल्लराम की 2 बीघा, अगेराम की 3 बीघा, राजाराम की 5 बीघा, पुरम की 5 बीघा, पदम की 5 बीघा, बारेलाल की 4 बीघा, केसरलाल की 10 बीघा, श्रीराम की 7 बीघा, भगवानलाल की 5 बीघा, ईश्वर की 5 बीघा, दयाराम की 2 बीघा, किशललू की 8 बीघा, खेरू की 9 बीघा, राजो की 7 बीघा, गुलाली कि 5 बीघा, कसुमल की 5 बीघा खाते की भूमि बारिश ने बंजर बना दी। किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गए। इनका परिवार चलना मुश्किल हो गया। किसानों ने बताया कि हम तो भूमि के ऊपर ही निर्भर थे इसके अलावा आजीविका का कोई साधन नही बचा है। यह समस्त किसान सदमे में है। महिला व पुरुष तथा बच्चे दुःख में है। किसान अपनी अपनी जमीनों को देखकर माथा पकड़कर रो रहे है। इस जगह पर जमीन का कोई भी नमो निशान नही बचा। बारिश का पानी इन किसानों की जमीन को काटते हुए फसल सहित बहाकर ले गया। किसानों को इनकी जमीन पर पानी की नदी व पत्थर के अलावा कुछ भी नजर नही आ रहा है। इन किसानों ने बताया कि हमारे पास जमीन नाम की कोई चीज नही बची है। इन किसानों के परिवारों के सामने भूखे मरने की नोबत आ गयी है। इन किसानों ने बताया कि अब खेतो की नदी का पानी व पत्थर नजर आ रहे है। इनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। जाग्रत महिला संगठन ने जिला कलक्टर बारां से मांग करते हुए कहा कि चोराखाड़ी,हरिनगर, कोटरा, सनगंवा के इन किसानों की भूमि पूरी तरह बारिश ने नष्ठ कर दी। इनके पास जमीन के नाम पर कुछ भी नही बचा है। उन्होंने इन किसानों की मौका स्थिति देकर इनको आर्थिक सहायता की मांग की है।