उप कारागृह छबड़ा का आकस्मिक मासिक निरीक्षण किया गया ।
माजिद राही
छबड़ा: गुरूवार को राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं अजित कुमार हिंगर, जिला एवं सेशन न्यायाधीश बारां के निर्देशानुसार अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति छबड़ा प्रीति नायक (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश छबड़ा) के द्वारा उप कारागृह छबड़ा का आकस्मिक मासिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय जेलर सुरेन्द्र सिंह सीसोदीया उपस्थित रहे। आकस्मिक निरीक्षण में प्रत्येक बंदी से भोजन-पानी एवं जेल में किसी भी प्रकार से हो रही समस्याओं के बारे में पूछा गया तो बंदियों ने बताया कि भोजन एवं पानी पर्याप्त मात्रा में मिल रहा है और हमको अच्छा ताज़ा और पोष्टीक खाना दिया जा रहा है। सुबह के खाने में पालक की और मुंग की दाल सब्जिया बनी हुयी थी। जेल पर साफ-सफाई अच्छी पाई गई। शिकायत पेटी को खोल कर देखा तो उसमें कोई शिकायत नही मिली। सब-जेल छबड़ा में निरीक्षण के समय कुल 80 बंदी पाए गए।
जेल पर विधिक साक्षरता शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर में एडीजे नायक द्वारा सभी बन्दियों से अपने-अपने अधिवक्ता के बारे में पूछा कि सभी के पास अधिवक्ता हैं या नहीं है। अगर किसी के पास अधिवक्ता नही है तो उसको विधिक सहायता के तहत तालुका विधिक सहायता समिति छबड़ा के पैनल में से अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके। जेल में कैदियों के पास पैरवी करने के लिए अधिवक्ता उपलब्ध नहीं होने पर उन्हें विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी गई ओर जेलर को निर्देश दिए कि अगर किसी बंदी का कोई अधिवक्ता नही हो तो उसका फॉर्म भरवाकर सम्बंधित न्यायालय में भेजे ताकि उसको विधिक सहायता के तहत निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके। जेल में निरुद्ध महिला बंदियों के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि सब जेल छबड़ा पर कोई महिला बंदी नहीं है और ना ही कोई अव्यस्क बंदी है। जेलर सिसोदिया ने बताया कि जेल के बंदियों को पिछले 1 महीने से श्री रामरतन काची द्वारा प्रातः काल योगा करना सिखाया गया हैँ, जिससे सभी बंदी स्वयं ही प्रातः योगा कर लेते हैं। जेलर द्वारा बंदियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा हैँ। निरीक्षण के समय रुचिका शर्मा उपस्थित पाई गई जो बंदियों की जांच के लिए प्रतिदिन सुबह दस बजे आती हैँ। निरीक्षण के समय तालुका विधिक सेवा समिति सचिव हनुमान सहाय मीना एवं आशु साहू उपस्थित रहे।