सारथल में हुआ आध्यात्मिक सत्संग छीपाबडौद व अकलेरा तहसील के सत्संग सुनने पहुँचे श्रद्धालु

Srj news
0

 न्यूज़ छीपाबडौद


फरवरी 2022

*जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज प्रदान कर रहे है शास्त्रानुसार सत्य भक्ति एवं कर रहे है समाज सुधार का विलक्षण कार्य* 

हेमदास धार्मिक संवाद दाता

संत समागम हरि कथा, तुलसी दुर्लभ दोय

सुत धारा धन लक्ष्मी, पापी के घर होय।

सत्संग की आधी घड़ी, तप के वर्ष हजार

तो भी बराबर है नहीं, कहै कबीर विचार।

सारथल में हुआ आध्यात्मिक सत्संग छीपाबडौद व अकलेरा तहसील के सत्संग सुनने पहुँचे श्रद्धालु

कलियुग में संतों का सत्संग व हरि कथा बहुत दुर्लभ मिलते हैं और जिसे मिल जाए वह बहुत भाग्यशाली होते हैं। इसी कड़ी में सारथल में रविवार को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी का एक दिवसीय आध्यात्मिक सत्संग समारोह हुआ। सत्संग में संत रामपाल जी महाराज जी ने बताया कि शास्त्रानुकूल भक्ति क्या है, पूर्ण मोक्ष कैसे मिलेगा एवं हमें किस प्रभु की भक्ति करनी चाहिए जिससे सर्व दुख दूर होकर सुख व मोक्ष मिले तथा गीता अध्याय 18 श्लोक 62 व 66 में गीता ज्ञान दाता अपने से अन्य किस समर्थ प्रभु की शरण में जाने को कह रहा है वह प्रभु कौन है और उसकी पूजा की विधि क्या है। पवित्र चारों वेद पवित्र गीता एवं सूक्ष्मवेद में बताया गया है कि बिना गुरू के मोक्ष संभव नहीं है, पूर्ण गुरू की क्या पहचान है तथा संत-असंत में क्या भेद है आदि बतलाया गया। सभी श्रद्धालुओं ने ध्यानपूर्वक सत्संग सुना एवं अपनी आंखों से शास्त्रों में प्रमाण देखे। सत्संग में आसपास के गांवों व तहसीलों से सैकड़ों श्रद्धालुजन आए। जिला सेवादार राजेन्द्र दास व हेमदास झालावाड़ ने बताया सत्संग की व्यवस्था छीपाबडौद, अकलेरा, हरनावदा तहसील सेवादार रामस्वरूप दास के साथ रामचन्द्र दास, बलराम दास, प्रकाश दास, रामगोपाल दास, बीरम दास, सुजान दास, हंसराज दास, धन्ना दास, बीरम दास, राजेन्द्र दास, अनिल दास,राकेश दास, जानकीलाल दास, रामचरण दास,भूरी दासी, रतन दासी आदि सेवादारों ने संभाली। विदित है कि संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने वाले अनुयायियों को नशा शराब मांसाहार पूर्ण रूप से त्यागना पड़ता है तथा दहेज कुरीतियां दुराचार चोरी जारी व आन उपासना पूर्ण रूप से त्यागने का संकल्प करने पर ही उपदेश दिया जाता है। सत्संग समारोह के उपरांत नये श्रद्धालुओं ने संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लिया तथा तथा उपरोक्त सर्व बुराइयों से दूर रहकर मर्यादित भक्ति करने का संकल्प लिया। झालावाड़ से हेमदास ने बताया संत रामपाल जी महाराज युवाओं में अध्यात्मिक ज्ञान की क्रांति ला रहे हैं समाज को भाईचारे का संदेश दे रहे हैं संत रामपाल जी महाराज विश्व को एक नई दिशा दिखा रहे हैं

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)

ads banner